Sheikh Hasina Blame To America : दोस्तों बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अमेरिका पर जो इल्जाम लगाया था, वो अब सच साबित होता दिख रहा है, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बताया था कि अमेरिका बंगाल की खाड़ी में सैन्य अड्डा स्थापित करना चाहता है, और मैंने ऐसा करने से साफ मना कर दिया था,
इसीलिए मेरे सरकार का तख्तापलट किया गया था, अब अमेरिका की एक मैगजीन ने इसे लेकर एक लेख प्रकाशित किया है, जिसमे दावा किया गया है की यूनुस सरकार अमेरिका को नेवी सैन्य अड्डा बनाने के लिए अपना एक द्वीप देने को राजी हो गया है, पूरा मामला क्या है आइये इसे विस्तार से जानते है, और भारत का इस पर क्या फर्क पडेगा इसे भी समझते हैं,
दोस्तों बांग्लादेश में इस महीने की शुरुआत में एक बड़े छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, उसके बाद शेख हसीना को ढाका से भागकर भारत में शरण लेनी पड़ी, भारत पहुंचने के कुछ दिन बाद ही मीडिया में आए उनके एक कथित बयान में कहा गया कि अगर उन्होंने अमेरिका को सेंट मार्टिन द्वीप दे दिया होता, तो आज भी वे बांग्लादेश की सत्ता में होतीं, हालांकि अमेरिका में रह रहे उनके बेटे सजीब जॉय ने इसका खंडन किया,और कहा कि उनकी मां हसीना ने ऐसा बयान नहीं दिया है, लेकिन इतना कहने से बात यही ख़त्म नहीं होती, क्यूंकि बांग्लादेश में हुई इस बड़ी उथल-पुथल से तीन महीने पहले शेख हसीना ने सार्वजनिक रूप से एक दावा किया था कि विदेशी ताकतों की बांग्लादेश के सेंट मार्टिन द्वीप पर नजर है, हसीना ने तब बताया था कि उस देश की तरफ से ये कहा गया है कि अगर वे द्वीप को सौंप देती हैं तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी, और अगर उन्होंने ऐसा करने से मना किया तो उन्हें अपनी सत्ता से हाथ धोना पड सकता है,
उस समय तो शेख हसीना ने देश का नाम नहीं लिया था, लेकिन ये साफ तौर पर अमेरिका की तरफ इशारा था, दरअसल बंगाल की खाड़ी में अमेरिका लंबे समय से अपना सैन्य अड्डा बनाने की कोशिश कर रहा है, ताकि वो भारत की हर गतिविधि पर ध्यान रख सके, इसके लिए उसकी नजर बांग्लादेश के सबसे दक्षिणी हिस्से पर स्थित सेंट मार्टिन द्वीप है, अब शेख हसीना सरकार के जाने के करीब 20 दिन के भीतर ही अमेरिका के प्रतिष्ठित यूएस नेवल इंस्टीट्यूट की पत्रिका में एक लेख छपा है, जिसमें बांग्लादेश के पास अमेरिकी नौसेना के लिए अड्डे के महत्व पर जोर दिया गया है,
इस लेख के प्रकाशित होने के बाद अब शेख हसीना के द्वारा लगाया गया इल्जाम सच साबित होता दिख रहा है,
इस लेख में कहा गया है कि बांग्लादेश अमेरिकी नौसेना के लिए एक महत्वपूर्ण रसद नोड हो सकता है, और ये द्वीप जिस जगह स्थित हैं, उस जगह से हिन्द प्रशांत क्षेत्र में समुन्द्र संचालन में अमेरिका का दखल बढ़ जाएगा, फिर कोई भी जहाज़ इस रास्ते से अमेरिका की मर्ज़ी के बिना नहीं जा पायेगा,
इसके अलावा इस द्वीप में सैन्य अड्डा बनाए जाने के बाद अमेरिका भारत सहित इंडियन कंटिनेंट के सभी देशों पर अपनी नज़र बनाए रख सकता है, जो की भारत के लिहाज़ से एक खतरे की घंटी थी, इसलिए शेख हसीना ने अमेरिका को सैंट मार्टिन द्वीप देने से मना कर दिया था, लेकिन तत्कालीन बांग्लादेश सरकार भारत के खिलाफ हर तरह का हरबा अपना रही है, उसी की कडी में अमेरिका को दिए जाने वाला ये द्वीप भी शामिल है, अब भारत ने भी बंगलादेश को सबक सिखाने का फैसला कर लिया है, जिसमे भारत ने बांग्लादेश के ऊपर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोसणा की है, जिसमे कई खाद्य सामग्री के निर्यात पर प्रतिबन्ध, और बिजली सप्लाई पर भी प्रतिबंध लगाना शामिल है, जिसके बारे में पूरी वीडियो इस चैनल पर उपलब्ध है, जिसे आप देख सकते हैं,
इसके अलावा अब भारत ने बंगलादेश की सीमा पर अपने सैनिको को हाई अलर्ट मोड पर रखा है, जिसमे कोई भी अनहोनी होने पर तुरंत ही एक्शन लिया जाएगा, इस लेख में यह भी बताया गया है कि किसी भी संभावित संघर्ष के दौरान बांग्लादेश के नौसैनिक अड्डे अमेरिकी रसद के लिए एक केंद्र और अमेरिकी नौसेना के लिए एक सुरक्षित बंदरगाह हो सकते हैं, अमेरिका के पास वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में कोई अड्डा नहीं है,
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और अमेरिका ने इसके बदले बांग्लादेश को बहुत ही मोटा पैसा और सुरक्षा देने का भरोसा दिया है, लेकिन बांग्लादेश को ये ज़रूर सोचना चाहिए की भारत से दुश्मनी मोल लेकर वो अपने पैर पर ही कुल्हाडी मार रहा है, क्यूंकि बांग्लादेश की तरह मालदीव ने भी भारत से पंगा लिया था, और कुछ महीनों के बाद ही भारत बे उसे घुटनो के बल ला दिया था, तो दोस्तों आपका इस मामले पर क्या सोचना हैं, अपनी राय कमेंट में ज़रूर बताना, धन्यवाद